इस्लाम में पाक साफ रहना ईमान का हिस्सा है हर एक नमाज़ से पहले शरीयत के मुताबिक पाक रहना और वज़ू करना एक जरूरी काम है। वजू न केवल इबादत है, बल्कि रूहानी व जिस्मानी पाकी का एक तरीका भी है जो इंसान की जज्बाती और रूहानी हाल को बेहतरीन बनाता है l इस ब्लॉग में हम चरण दर चरण बताएंगे वज़ू करने का तरीका क्या है
अल्लाह इरशाद फरमाता है :- قد افلح من تزکی
तर्जमा: कामयाब हुआ वह जिसने पाकीज़गी हासिल की
और हुजूर ﷺ ने इरशाद फरमाया: الطہور شطر الایمان
तर्जमा: पाकी आधा ईमान है

इस्लाम में वज़ू खास तरीका है जिसमे हम अपने जिस्म के कुछ खास हिस्से को साफ़ करते है | ताकि साफ व् पाक होकर हम अपने अल्लाह की इबादत कर सकें | यह नमाज़ व तिलावते कुरान वगैरा (कुरान पढने ) से पहले किया जाता है और कुरान व हदीस के अनुसार इसका बहुत बड़ा महत्व है।
वज़ू क्या है-वज़ू करने का तरीका (What is Wudu/way to perform Wudu)
वज़ू का जिक्र कुरान में :- (Mention of wudu in the Qur’an)
कुरान में अल्लाह फरमाता है :-” यदि तुम नमाज के लिए खड़े हो, तो पहले अपने चेहरे और हाथों को घुटनों तक धो लो, और अपने सर का मासः करो और अपने पैरों को धो लो।” (सूरा अल-माइदा: 6)
वजू की क्या अहमियत है :- (What is the importance of Wudu)
- नमाज के लिए जरूरी : वज़ू के बिना नमाज़ क़बूल नहीं होती।
- सफाई के साधन: यह सफाई और शुद्धिकरण की एक विधि है।
- रूहानी लाभ: वजू करने से व्यक्ति अपने भीतर रूहानी सुकून का तजुर्बा करता है
- शैतान से हिफाज़त : वजू करना शैतान के असर से बचने का जरिया है
वज़ू कैसे करें-(How to Perform Ablution)
हुजूर ﷺ ने इरशाद फरमाया कि जिसने बिस्मिल्लाह कह कर वज़ू किया सर से पांव तक उसका सारा बदन पाक हो गया और जिस ने बगैर बिस्मिल्लाह वज़ू किया उसका उतना ही बदन पाक होगा जितने पर पानी बहाया |
वज़ू करने की चरण-दर-चरण विधि:-
- पहले निय्यत करें :- (Make Intention)
- अपने दिल में यह इरादा रखो कि तुम अल्लाह के लिए पाक हो रहे हो।
- “वुज़ू की शुरुआत बिस्मिल्लाह पढ़कर करें।
- अपने हाथ धोएं:- (Wash Your Hands)
- दोनों हाथों को तीन बार अच्छी तरह से धोएं।
- उंगलियों के बीच पानी जाना महत्वपूर्ण है।
- मुह को धोना :- (Wash Mouth)
- अपने मुंह को तीन बार पानी से कुल्ली करके साफ करें।
- नाक में पानी डालना:- (Clean the Nose)
- अपनी नाक में तीन बार पानी डालकर उसे साफ करें।
- चेहरा धोना :-(Wash the Face)
- अपने चेहरे को माथे से लेकर ठोड़ी तक और एक कान की लौ से दुसरे कान की लौ तक तीन बार धोएं।
- हाथों को कोहनियों तक धोएं:- (Wash hands up to the elbows.)
- सबसे पहले दाहिने हाथ को कोहनी तक तीन बार धोयें।
- फिर बाएं हाथ को कोहनी तक तीन बार धोएँ।
- सर का मासः करना (massaging the head)
- अपने हाथों को गीला करें और पूरे सर की मासः करें।
- कान और गर्दन का भी मासः करें।
- पैर धोना:-(Wash Feet)
- सबसे पहले दाहिने पैर को टखने तक तीन बार धोएँ।
- फिर बाएंपैरों को टखनों तक तीन बार धोएँ।
- उंगलियों के बीच पानी जाना जरुरी है।
वज़ू कैसे पूरा होता है?(How is ablution completed?)
- जब आप शरिया के अनुसार सभी चरण पूरे कर लेंगे तो आपका वज़ू पूरा हो जाएगा।

वजू भंग करने वाली क्रियाएं (Actions that break ablution)
- पेशाब या पखाना के रास्ते कुछ भी निकलने से वजू टूट जाता है
- नींद में चले जाना (सो जाना )
- हवा का निकल जाना (Passing Wind)
- रक्त या मवाद का निकल जाना
- होश खोना (Losing Consciousness)
- मुह भर कै करना (पलटी करना)
- मुबशर्त करना (संबंध बनाना)
- नमाज के दौरान जोर से हंसना (Laughing Loudly During Prayer)
वज़ू करने में गलतियाँ :-(Common Mistakes in Wudu)
- पानी बचाना: जरूरत से ज्यादा पानी का इस्तेमाल करना। वज़ू करते समय पानी का ध्यान रखना चाहिए।
- पूरे सर की मास न करना: सर और कान का पूरी तरह से मासः करनी चाहिए।
- उंगलियों पर ध्यान न देना: उंगलियों का ख़िलाल न करना
- नीयत भूलना: वज़ू के शुरू में नीयत करना ज़रूरी है।
मासः करना और तयम्मुम करना (Wiping and Tayammum)
कभी-कभी ऐसी परिस्थितियाँ उत्पन्न हो जाती हैं जब पानी उपलब्ध नहीं होता या कोई व्यक्ति बीमारी के कारण पानी का उपयोग करने में असमर्थ होता है। ऐसी स्थिति में तयम्मुम का आदेश दिया गया है।
वजू के रूहानी फायदे क्या हैं (What are the spiritual benefits of wudu?)
- दोनों हाथ की उंगलियां को खोल कर किसी ऐसी चीज पर जो जमीन की किस्म से हो मार कर चेहरे और हाथ पर फेरने को तयम्मुम कहते हैं और अगर ज्यादा गर्द लग जाये तो झाड़ ले और उससे सारे मुह का मसह करे फिर दूसरी मर्तबा जमीन पर हाथ मार कर दोनों हाथों का नाखून से कहानियों समेत मसह करे
- नोट :- वज़ू और ग़ुस्ल का दोनो तयम्मुम एक ही तरह है (फतवः आलमगीरी)
तयम्मुम में तीन चीजे फ़र्ज़ है
- नियत करना
- सारे मुह पर हाथ फेरना
- दोनों हाथ का कोहनियों समेत मसह करना
वजू के रूहानी फायदे क्या हैं (What are the spiritual benefits of wudu?)
वज़ू के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:-(Some important things about Wudu)
- वज़ू को हमेशा बरक़रार रखें :- यदि संभव हो तो हमेशा वज़ू की हालत में रहें।
- सोने से पहले वज़ू करें: सोने के लिए वज़ू करना सुन्नत है।
- वज़ू और दुआ: वज़ू करने के बाद दुआ मकबूल होती है । एक मशहूर दुआ है:
नोट :-वज़ू के अस्थान पर बैठ कर पढ़े
، اللَّهُمَّ اجْعَلْنِي مِنَ التَّوَّابِينَ، وَاجْعَلْنِي مِنَ المُتَطَهِّرِينَ.”
नोट :-वज़ू करने के बाद खड़े होकर पढ़े
“أَشْهَدُ أَنْ لَا إِلَهَ إِلَّا اللَّهُ وَحْدَهُ لَا شَرِيكَ لَهُ، وَأَشْهَدُ أَنَّ مُحَمَّدًا عَبْدُهُ وَرَسُولُهُ،
तर्जुमा
“मैं गवाही देता हूँ कि अल्लाह के अलावा कोई माबूद नहीं है, और हजरत मुहम्मद ﷺ अल्लाह के रसूल हैं।”
निष्कर्ष:-वज़ू सिर्फ एक पाकीज़ा अमल नहीं है बल्कि एक रोहानी तजुर्बा भी है|इससे इन्सान अपने अन्दर एक सुकून महसूस करता है|वज़ू की अहमियत को समझना और इसको सही तरीके से अंजाम देना हर मुस्लमान पर ज़रूरी है|अल्लाह हम सब को वज़ू और तहारत का ज़ज्बा अता करे… अमीन